तकनीकी जगत के बड़े दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट और ओपनएआई ने “स्टारगेट” नामक एक क्रांतिकारी सुपरकंप्यूटर बनाने की योजना पर से पर्दा हटाया है, जो आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक में एक महत्वपूर्ण छलांग का प्रतिनिधित्व करता है। जिसमे 100 अरब डॉलर ($) की चौंका देने वाली लागत का अनुमान लगाया जा रहा है, यह महत्वाकांक्षी परियोजना अत्याधुनिक AI अनुप्रयोगों का समर्थन करने में सक्षम उन्नत डेटा सेंटर्स की बढ़ती मांग को रेखांकित करती है, जो आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI) के विकास में एक नए युग की शुरुआत करती है।
सूत्रों से पता चला है की इस भविष्य को प्रेरित करने बाले प्रोजेक्ट की सारी लागत का भुगतान माइक्रोसॉफ्ट द्वारा किया जाएगा, जिससे मौजूदा डेटा सेंटर की लागत 100 गुना से ज्यादा बढ़ जाएगी। 2028 में लॉन्च के लिए निर्धारित, स्टारगेट AI की पूरी क्षमता को अनलॉक करने के उद्देश्य से एक अच्छी रणनीति के हिस्से के रूप में, अगले छह वर्षों में माइक्रोसॉफ्ट और ओपनएआई द्वारा परिकल्पित सुपर कंप्यूटरों की एक श्रृंखला का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
कथित तौर पर, ऑल्टमैन और माइक्रोसॉफ्ट द्वारा की गयी परियोजना का रोडमैप, पांच अलग-अलग चरणों को आपस में शामिल करता है, जिसमें “स्टारगेट” को पांचवें चरण में शिखर उपलब्धि के रूप में रखा गया है। इससे पहले, ऐसा बताया जाता है कि माइक्रोसॉफ्ट वर्तमान में 2026 के आसपास रिलीज के लिए एक छोटे पैमाने का सुपरकंप्यूटर विकसित कर रहा है।
एआई (AI) क्षमताओं को आगे बढ़ाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के दृष्टिकोण को पिछले साल कस्टम-डिज़ाइन किए गए कंप्यूटिंग चिप्स की घोषणा से और अधिक दर्शाया गया था, जो नई सुपरकंप्यूटिंग पहल के लिए इसकी महत्वाकांक्षी योजनाओं का पूरक है, जिसमें विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं से चिप्स को समायोजित करने की कल्पना की गई है।