महाराष्ट्र में इस साल की एचएससी (HSC) परीक्षाओं के दौरान 22 फरवरी से 19 मार्च तक धोखाधड़ी के कुल 237 मामले दर्ज किए गए।
छत्रपति संभाजी नगर में सबसे अधिक 106 मामले दर्ज किए गए, इसके बाद पुणे में 52 मामले दर्ज किए गए। हैरानी की बात यह है कि कोल्हापुर में शून्य (0) मामले थे।
भाषा और विज्ञान (Language & Science) की परीक्षाओं के दौरान नकल की घटनाएँ सबसे अधिक प्रचलित थीं, जबकि सामाजिक विज्ञान (Social Science) की परीक्षाओं में नगण्य घटनाएँ देखी गईं। भौतिकी परीक्षा (Physics exam) में एक दिन में सबसे अधिक 50 मामले सामने आए, जिसमें पुणे और छत्रपति संभाजी नगर में क्रमशः 23 और 20 मामले शामिल थे।
दो दिनों में, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान और संगीत (Chemistry, Biology and Music) अध्ययन, प्रत्येक में 48 मामले थे। दिलचस्प बात यह है कि कोल्हापुर में धोखाधड़ी का कोई भी मामला दर्ज नहीं किया गया, जबकि कोंकण में केवल 7 मामले दर्ज किए गए, जो राज्य में सबसे कम है। अमरावती और मुंबई प्रत्येक में 11 मामले थे।
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21 से 24 फरवरी के बीच आयोजित भाषा (Language) परीक्षाओं में नकल के सबसे अधिक मामले सामने आए, जिनमें से 14 मामले हिंदी (Hindi) परीक्षा के दौरान सामने आए। उस दिन कोंकण में सात मामले थे, जो जिले के लिए एकमात्र उदाहरण था। मुंबई में बहीखाता और लेखा (bookkeeping and audit) परीक्षा के दौरान एक मामला सामने आया।
रक्षा अध्ययन, मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र, व्यावसायिक अध्ययन और संस्कृत में कोई धोखाधड़ी का मामला दर्ज नहीं किया गया। पिछले साल HSC परीक्षा के दौरान 242 मामले दर्ज किए गए थे।
23 फरवरी को मलयालम, मराठी, गुजराती, फ्रेंच और स्पेनिश समेत 13 भाषाओं की परीक्षा आयोजित की गई थी।
इस दिन नकल के 44 मामले देखे गए, हालांकि अंग्रेजी (English) परीक्षा का डेटा उपलब्ध ही नहीं था।